शहर में मंगलवार सुबह 10 बजे तक धुंध की चादर छाई रही। कुछ जगह कोहरा भी रहा। मौसम विभाग के अनुसार विजिबिलिटी करीब दाे किलोमीटर तक की थी, जबकि कुछ क्षेत्रों में 200 मीटर की विजिबिलिटी भी नहीं थी। बुधवार काे न्यूनतम तापमान दाे डिग्री बढ़ कर 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं, बादल छाने से अधिकतम तापमान चार डिग्री गिर कर 21.7 पर पहुंच गया। बुधवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर कुछ कम होगा और उत्तरी हवाएं चलना शुरू हो जाएंगी, जिससे ठंडक बढ़ेगी।
शहर में पश्चिमी चलने से अाैर उत्तरी हवाएं रुकने से रात का पारा करीब दाे डिग्री बढ़कर 11 तक पहुंच गया, लेकिन अलसुबह से बादलों की आवाजाही शुरू हो गई थी। सुबह 10 बजे तक कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी बहुत कम रही। लेकिन मौसम विभाग के कार्यालय के पास एयरफोर्स क्षेत्र में विजिबिलिटी ठीक होने से वहां धुंध रिकॉर्ड हुई। वहां की विजिबिलिटी दाे किलोमीटर तक थी। दिन निकलने के साथ धूप निकली, लेकिन दिनभर सूर्य अाैर बादलों के बीच आंख मिचौली चलती रही। दोपहर में बादल छाए रहने अाैर हवा चलने से अधिकतम तापमान उतर गया।
बॉम्बे मोटर से आखलिया चौराहा जाने वाली रोड सुबह साढ़े आठ बजे तक कुछ भी नजर नहीं आ रहा था।
उत्तर-पूर्वी में हुई बर्फबारी से गिरेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर काफी कम हो गया है तथा इस पश्चिमी विक्षोभ की वजह से देश के उत्तरी व उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के बाद आगामी 24 घंटों में फिर से उत्तरी व उत्तर-पूर्वी हवाएं चलना शुरू होगी, जिससे शहर में ठिठुरन बढ़ने की संभावना है।
कोहरा
तकनीकी रूप से बूंदों के संघनित जलवाष्प के बादल को कोहरा कहते हैं। ये जमीन से कुछ ऊपर रहता है। घने कोहरे में दृश्यता 1 किमी से कम होती है। इससे अधिक दूरी पर स्थिति चीजें धुंधली दिखती है।
धुंध
कोहरे का धुएं के साथ मिश्रण होता है तो उसे धुंध (स्मॉग) कहते हैं। यह भी एक तरह का कोहरा होता है। सिर्फ दृश्यता का अंतर होता है। यदि दृश्यता की सीमा एक किमी या इससे कम हो तो उसे धुंध कहते हैं।
शहर में सुबह 10 बजे तक छाई रही कोहरे की चादर 200 मी. रही विजिबिलिटी, आज से फिर बढ़ेगी ठंड